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भारत की बेटियां प्रतिभा-परिश्रम से हर क्षेत्र में अग्रणी होकर विकास में दे रही हैं योगदान

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धर्मेन्द्र कुमार सिंह, उन्नाव।
महामहिम राज्यपाल ने आज नवाबगंज में स्थित चंडीगढ़ विश्वविद्यालय मे बतौर मुख्य अतिथि आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एआई संचालित विश्व विद्यालय ज्ञान के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए ज्ञान विस्तार की यात्रा में सतत् उत्तर प्रदेश आज नई सम्भावनाओं के साथ आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि देश की पहली निजी एआई ऑगमेंटेड मल्टीडिसीप्लिनरी यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी उत्तर प्रदेश ने महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए अपने अब तक के सबसे बड़े आयोजनों में से एक ‘सिनजीर्रू एआई-ड्रिवन इनोवेशन फॉर वुमेन एम्पावरमेंट’ का आयोजन किया है जो सराहनीय है.

लखनऊ में स्थापित होने जा रही एआई सिटी और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस न केवल शिक्षा जगत के लिए असीम संभावनाओं के द्वार खोलते हैं बल्कि प्रदेश को आगामी तकनीकी क्रांति से जोड़ने वाली एक मजबूत कड़ी साबित होंगे. आज विश्वस्तरीय तकनीक से सुसज्जित रेजिडेंशियल फैसिलिटी तथा सी.यू.बी.ई का उद्घाटन किया गया जो बेटियों की उन्नति सुरक्षा और सम्मान के प्रति विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता का प्रतीक है. चंडीगढ़ विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश द्वारा महिला सशक्तिकरण को केंद्र में रखकर शुरू की गई ‘नारी योजना (नर्चरिंग एआई रेवोल्यूशन फॉर इंक्लूजन दृ वुमेन इन टेक)’ प्रदेश की बेटियों को तकनीक, स्टार्टअप, शोध, स्वास्थ्य, वेलनेस और आत्मनिर्भरता के नए अवसर प्रदान करेगी.

महामहिम ने कहा यह योजना भविष्य के भारत को नई ऊँचाइयों तक ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. इस पहल से इनोवेशन की नई दिशाएँ और अवसर विकसित होंगे. आज नारी शक्ति अपने परिश्रम और प्रतिभा से हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है और विकास की आधारशिला बन चुकी है। बेटियों के सुरक्षित आवास और आधुनिक सुविधाओं से लैस यह नया हॉस्टल उनके सपनों को साकार करने का प्रभावी माध्यम बनेगा। यह पहल महिलाओं को तकनीकी क्रांति में अग्रणी भूमिका निभाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

उन्होंने वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने पर उसकी ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्वता पर प्रकाश डालते हुए छात्र-छात्राओं को इसके महत्त्व से अवगत कराते हुए कहा कि वंदे मातरम केवल एक गीत नहीं है यह राष्ट्र की चेतना का उदगार है. संघर्ष का संगीत है और स्वाधीनता का शंखनाद है इसके प्रत्येक शब्द में मातृभूमि की माटी की सुगंध है प्रत्येक पंक्ति में बलिदानियों की स्मृतियां है और प्रत्येक स्वर में भारत के उदय का गर्व छिपा हुआ. विश्व स्तरीय तकनीक से सम्पन्न सेन्टर फाॅर यनिवर्सल बिजनेस एण्ड इन्टरप्रेन्योरशिप क्यूब महिला शक्ति को केंद्र में रखकर नई तकनीकियों का चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में संचालन हो रहा है.

नारियों में देश की सुरक्षा सम्मान आत्मनिर्भरता का स्वर्णिम भाव छुपा हुआ है रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, तकनीकी वैज्ञानिकता के क्षेत्र में महिला और पुरुष के अंतर को रोकना. आज भारत में सशक्तिकरण केवल शहरों तक ही नहीं रह गया है गाॅव व कस्बों तक पहुॅच चुका है। स्वयं सहायता समूह की महिलाएं ड्रोन दीदियां परिवार को सम्बल प्रदान करने के साथ-साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूतकर रही है, नवाचार कर रही है। स्टार्टअप के क्षेत्र में भारत अग्रणी हो रहा है.

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मात्र 10 साल में विश्व की नंबर एक और सबसे अच्छी यूनिवर्सिटी बनकर उभरी है. आज हमें खुशी हो रही है कि उत्तर प्रदेश में 19 विश्वविद्यालय हैं यहां के विद्यार्थी ज्ञान के साथ-साथ 2047 तक भारत को विकसित करने की संकल्पना को लेकर जायें.

इस अवसर पर मण्डलायुक्त लखनऊ मण्डल लखनऊ विजय विश्वास पंत जिलाधिकारी गौरांग राठी, पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व सुशील कुमार गोंड़ अपर जिलाधिकारी न्यायिक अमिताभ यादव, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे विधेश, अपर पुलिस अधीक्षक अखिलेश सिंह, सहायक कलेक्टर शौर्य अरोड़ा, उप जिलाधिकारी हसनगंज मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला प्रोबेशन अधिकारी सहित संबंधित अधिकारी और चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के प्रबंधक प्रभारी सहित स्टाफ गण मौजूद रहा.

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