रिजवान उददीन, फतेहपुर।
दिल्ली में हुए ब्लास्ट के बाद यूपी पुलिस के साथ साथ एटीएस पूरी तरह अलर्ट मोड पर है और अब यूपी एटीएस ने फतेहपुर जिले सहित आसपास के जनपदों में संचालित मदरसे, छात्र,छात्राएं, शिक्षकों वा उनके परिजनों की विस्तृत जानकारी जिला प्रशासन से मांगी है.
आदेश के बाद जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा सभी जानकारी जुटाई जा रही है जिसके लिए विभाग द्वारा जनपद में संचालित मदरसों को एक नोटिस जारी कर मदरसों में पढ़ाने वाले टीचर और बच्चों की संख्या के साथ पूरी जानकारी मांगी गई है . आज खुद विभागीय अधिकारियों ने मदरसों का निरीक्षण करते हुए संबंधित मदरसा संचालकों को सख्त निर्देश देते हुए जल्द से जल्द सभी सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.
अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने बुधवार को आबूनगर के रेड्डया में संचालित मदरसे की जांच की. हालांकि कुछ नहीं मिला. विभाग ने बच्चों और उनके अभिभावकों का डाटा जुटाया है.
जिले में कुल 111 मान्यता प्राप्त और छह एडेड मदरसे संचालित हैं. संचालित सभी मदरसों की संख्या,उनमें पढ़ने वाले बच्चों की पूरी जानकारी, कक्षाओं का विवरण और यह भी पूछा है कि कहीं किसी मदरसे में कश्मीरी मूल का कोई बच्चा अध्ययनरत है कि नहीं. साथ ही मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता का ब्यौरा भी मांगा गया है. मदरसों में पढ़ाने वाले शिक्षकों, प्रबंध समिति की पूरी जानकारी मांगी गई है.
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने बुधवार को टीम के साथ आबूनगर रेड्डया मदरसे का निरीक्षण किया. जहां मौजूद उपलब्ध रिकॉर्ड व व्यवस्थाओं को जांचा। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने प्रशांत साहू ने बताया कि आबूनगर मदरसे में कक्षा आठ तक संचालित है. यहां नौ टीचर व एक प्रिंसपल है। सभी की जानकारी की गई है. बाकी मदरसों की जांच की जा रही है। एटीएस की ओर से मांगी जानकारियों पर विभाग काम कर रहा है.

















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