धर्मेंद्र सिंह, उन्नाव।
उन्नाव में एलपीजी सिलेंडर ब्लास्ट से एक महिला की मौत हो गई. वह चूल्हे पर खाना बना रही थी. ब्लास्ट होते ही वह 5 फीट दूर जा गिरी. आग की लपटों से वह बुरी तरह झुलस गई.
तेज धमाके से पूरी बिल्डिंग हिल गई. आग ने पूरी रसोई को चपेट में ले ली. मदद के लिए लोग दौड़े लेकिन आग की लपटें मेन गेट तक पहुंच चुकी थी.
किसी तरह लोगों ने महिला को निकाला और कंबल डालकर आग बुझाई. उसे निजी अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टर्स ने उसे कानपुर रेफर कर दिया. लेकिन आधे घंटे में ही उसने दम तोड़ दिया.

घटना मंगलवार सुबह की जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के बिंदानगर मोहल्ले की है. उधर, आग की सूचना के बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाया.
गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के गांधीनगर के सुभाष गुप्ता, पत्नी खुशबू (37) और बेटी शगुन (16) के साथ किराए पर दो मंजिला मकान में रहते है. घर से कुछ दूरी पर गुप्ता जनरल स्टोर नाम से उनकी किराने की दुकान है.
मंगलवार सुबह वह अपनी दुकान के लिए निकल गए और बेटी शगुन स्कूल चली गई थी. घर पर पत्नी खुशबू अकेली थी. वह रसोई में खाना बना रही थी. करीब 8 बजे खाना बनाते समय अचानक से रसोई गैस खत्म हो गया.
इसके बाद उन्होंने घर पर रखा दूसरा सिलेंडर लगाया और खाना बनाने लगी. इसी दौरान अचानक से सिलेंडर में आग लगी और देखते ही देखते वह ब्लास्ट हो गया. चूल्हे के पास खड़ी खुशबू दूर जा गिरी. पूरा शरीर आग का गोला बन चुका था.

तेज धमाके की वजह से पूरी बिल्डिंग हिल गई. पूरी रसोई धू-धू कर जलने लगी। देखते ही देखते आग की लपटें बिल्डिंग में फैल गई। उधर, धमाका सुनने के बाद लोग घरों से निकले. दौड़े हुए पहुंचे लेकिन आग की लपटें गेट तक पहुंच चुकी थी.
पड़ोसी पवन त्रिपाठी ने बताया- हम लोग पड़ोसी के घर की छत के सहारे सुभाष के मकान में दाखिल हुए. अंदर गए तो आग पूरी रसोई में फैल चुकी थी. रसोई में ही खुशबू बुरी तरह से झुलसी हुई जमीन पर पड़ी थी. कंबल को गीला कर आग की लपटों से गुजरकर उस तक पहुंचे और बाहर निकालकर लाए.
एंबुलेंस से पहले आकाशगंगा नर्सिंग होम भेजा. वहां से कानपुर के उर्सिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. अस्पताल में डॉक्टर्स ने इलाज शुरू की लेकिन आधे घंटे में ही उनकी मौत हो गई. सूचना पर पुलिस पहुंची। फायर ब्रिगेड बुलाई गई। आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका.

















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