Advertisement

13 शादियां, लाखों की ठगी; हरदोई में लुटेरी दुल्हन गैंग का भंडाफोड़: शातिर 3 महिलाएं गिरफ्तार

Spread the love

UP के हरदोई जनपद से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक लुटेरी दुल्हन ने शातिर अंदाज में अब तक 13 शादियां कर लोगों को लाखों रुपये की ठगी का शिकार बनाया है. हरदोई पुलिस ने इस मामले में लुटेरी दुल्हन समेत तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है. ये महिलाएं खासतौर पर ऐसे पुरुषों को निशाना बनाती थीं, जिनकी शादी नहीं हो पा रही थी और उनके परिवार शादी को लेकर चिंतित रहते थे. गिरोह के सदस्य पहले विश्वास जीतते. फिर कोर्ट मैरिज या पारंपरिक शादी का झांसा देकर दूल्हे और उसके परिजनों को नशीला पदार्थ देकर नगदी और जेवर लेकर फरार हो जाते थे.

जानकारी के मुताबिक, हरदोई के सांडी थाना क्षेत्र निवासी नीरज गुप्ता भी इसी गिरोह का शिकार बनें. नीरज अविवाहित हैं और उनके परिजन उनकी शादी को लेकर चिंतित थे. इसी बीच उनके पुराने परिचित प्रमोद नाम के व्यक्ति ने उन्हें एक युवती से शादी कराने का झांसा दिया. युवती की फोटो और बातचीत के बाद नीरज और परिवार राजी हो गए.

​फिर 20 जनवरी 2025 को कोर्ट मैरिज की तारीख तय हुई और नीरज ने शादी से पहले एक मंदिर में साढ़े तीन लाख रुपये की ज्वेलरी युवती को पहना दी. लेकिन कोर्ट पहुंचने से पहले ही युवती अपने साथी प्रमोद और अन्य साथियों संग फरार हो गई. इसके बाद नीरज को अपने साथ ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने कोतवाली शहर में शिकायत दर्ज कराई.

इसी तरह की एक और घटना हरपालपुर थाना क्षेत्र के रमपुरा प्रतिपालपुर गांव निवासी राकेश कुमार के साथ हुई. राकेश अपनी लिव-इन पार्टनर पूजा को अपने घर लेकर आए थे. रात में पूजा ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर परिवार को बेहोश किया और नगदी व जेवर लेकर फरार हो गई. पुलिस ने जब जांच तेज की तो मुखबिर की सूचना पर इस गिरोह की तीन शातिर महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया गया.

​गिरफ्तार महिलाओं में पूजा उर्फ सोनम (निवासी निसौली डामर, थाना लोनार), आशा उर्फ गुड्डी (निवासी सिमोर, थाना पिहानी) और सुनीता (निवासी चिंतालपुर, कोतवाली शहर) शामिल हैं. पुलिस ने इनके पास से दो जोड़ी पायल, एक जोड़ी कान के कुंडल, एक नाक की नथ और 2750 रुपये नगद बरामद किए हैं. पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया है कि वे अब तक विभिन्न जनपदों में लगभग 13 शादियां कर घरों से नगदी व आभूषण लेकर फरार हो चुकी हैं.

मामले मे पुलिस ने कही ये बात

सीओ सिटी अंकित मिश्रा ने बताया कि गिरोह का मुख्य सदस्य प्रमोद शादी कराने का काम करता था. वह रिश्ते तय कराता और गिरोह की महिलाओं को कभी मां, कभी मौसी बताकर भरोसा दिलाता. पुलिस ने इस गिरोह की बाकी सदस्यों की तलाश शुरू कर दी है और उनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में कार्रवाई जारी है. लोगों से अपील है कि वे शादी से पहले व्यक्ति की पूरी जांच-पड़ताल करें और किसी भी अनजान व्यक्ति पर आंख मूंदकर भरोसा न करें.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *