भाजपा सांसद कंगना रनौत ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की बात कही थी, जिसे लेकर विवाद तेज हो गया है. कंगना रनौत ने इस मामले में माफी मांग ली थी और कहा था कि मुझे अपने इस बयान पर खेद रहेगा. इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी उन्हें घेरा है. यही नहीं उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोलते हुए जवाब मांगा है. उन्होंने बुधवार को कहा कि 700 किसानों की जान जाने के बाद भी भाजपा का मन नहीं भरा है. राहुल गांधी ने कहा कि इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी को स्पष्टीकरण देना चाहिए.
राहुल गांधी ने कहा, ‘सरकार की नीति कौन तय कर रहा है? एक भाजपा सांसद या प्रधानमंत्री मोदी? 700 से ज़्यादा किसानों, खास कर हरियाणा और पंजाब के किसानों की शहादत ले कर भी भाजपा वालों का मन नहीं भरा. INDIA अलायंस हमारे अन्नदाताओं के विरुद्ध भाजपा का कोई भी षड्यंत्र कामयाब नहीं होने देगा. अगर किसानों को नुकसान पहुंचाने के लिए कोई भी कदम उठाया जाएगा तो मोदी जी को फिर से माफी मांगनी पड़ेगी.’ कंगना रनौत ने मंगलवार को कहा था, ‘किसान भारत की प्रगति के शक्तिस्तंभ हैं. केवल चंद राज्यों में ही उन्होंने कृषि कानूनों का विरोध किया. मैं हाथ जोड़कर अपील करती हूं कि किसानों के हित में इन कृषि कानूनों को वापस लाया जाए.’
विवाद बढ़ने के बाद भाजपा सांसद ने हालांकि 2021 में निरस्त किये गये कृषि कानूनों को वापस लाने की मांग संबंधी अपना बयान बुधवार को वापस ले लिया और कहा कि ये उनके ‘निजी’ विचार हैं और पार्टी के रूख को प्रदर्शित नहीं करते हैं. गांधी ने एक वीडियो में कहा, ‘भाजपा के लोग विचारों को लेकर जांच-परख करते रहते हैं. वे किसी से कहते हैं कि सार्वजनिक रूप से विचार रखिए और फिर देखते हैं कि प्रतिक्रिया क्या होती है. यही हुआ है। इनके एक सांसद ने काले कृषि कानूनों को फिर से लाने की बात की है.’
उन्होंने कहा, ‘मोदी जी स्पष्ट कीजिए कि क्या आप उन कानूनों को फिर से लाना चाहते हैं. आप फिर से ‘बदमाशी’ तो नहीं करेंगे?’ उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने शहीद किसानों के लिए संसद में दो मिनट का मौन भी नहीं रखने दिया था. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘सरकार की नीति कौन तय कर रहा है? एक भाजपा सांसद या प्रधानमंत्री मोदी? सात सौ से ज्यादा किसानों, खासकर हरियाणा और पंजाब के किसानों की शहादत लेकर भी भाजपा वालों का मन नहीं भरा.’