क्रिकेट जगत में एक बार फिर भारतीय गेंदबाजी और बल्लेबाजी ने अपना तूफानी अंदाज दिखा है. उनके आगे बारिश का कहर और बांग्लादेशी टाइगर्स दोनों फीके पड़ गए. दरअसल, भारतीय टीम और बांग्लादेश के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला 27 सितंबर से कानपुर में खेला गया.
इस मैच के शुरुआती 3 दिन बारिश से धुल गए थे. तीनों दिन 35 ओवरों का खेल हुआ था, जिसमें टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए बांग्लादेश टीम ने 3 विकेट गंवाकर 107 रन बनाए थे. दूसरा दिन तो गीली आउटफील्ड के कारण नहीं हो सका था.
बांग्लादेश को 2-0 से क्लीन स्वीप किया
मगर मैच में चौथे दिन पूरा खेल हुआ, जिसमें भारतीय टीम ने धांसू गेंदबाजी और बल्लेबाजी करते हुए मैच पर पकड़ बनाई. भारतीय टीम के पास कानपुर टेस्ट जीतने के लिए आखिरी दो दिनों का ही समय था. इन्हीं दो दिनों में बांग्लादेश को 2 पारियों में समेटना था. साथ ही खुद भी दमदार बल्लेबाजी करनी थी.
भारतीय टीम ने यह काम बखूबी कर दिखाया और इतिहास रच दिया. भारतीय तूफान के आगे कानपुर टेस्ट में बांग्लादेश टीम चारों खाने चित नजर आई. यह मैच टीम इंडिया ने 7 विकेट से जीता. जबकि पहला मुकाबला 280 रनों से जीता था. इस तरह भारतीय टीम ने सीरीज में बांग्लादेश को 2-0 से क्लीन स्वीप किया.
बल्लेबाजी में भारतीय टीम ने रचा इतिहास
कानपुर टेस्ट की बात करें तो बारिश से बाधित इस मैच में चौथे दिन ठीक से खेल शुरू हुआ था. तब बांग्लादेश टीम ने 3 विकेट पर 107 रनों से आगे खेलना शुरू किया और इसी दिन 233 रनों पर सिमट गई. इसके बाद भारतीय टीम ने बैजबॉल गेम खेलते हुए 9 विकेट पर 285 रन बनाकर पारी घोषित कर दी. इस दौरान भारतीय टीम ने अपनी बल्लेबाजी से इतिहास रच दिया.
टीम इंडिया अब टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेजी से 50, 100, 150, 200 और 250 रन पूरे करने वाली टीम बन गई है. इस तरह भारतीय टीम ने पहली पारी में 52 रनों की बढ़त बना ली. इसके बाद बांग्लादेश टीम दूसरी पारी में बैटिंग करने उतरी तो उसने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक 26 रनों पर 2 विकेट गंवा दिए थे.
बारिश, गीला मैदान और बांग्लादेशी टाइगर्स चित
मैच के आखिरी यानी पांचवें दिन बांग्लादेश ने इसी स्कोर से आगे खेलना शुरू किया और लंच से ठीक एक बॉल पहले ही 146 रनों पर सिमट गई. इस तरह भारतीय टीम को 90 रनों का टारगेट मिला, जिसे रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम ने टी-ब्रेक से पहले ही 3 विकेट गंवाकर हासिल कर लिया. इस तरह कानपुर टेस्ट में बारिश, गीला मैदान और बांग्लादेशी टाइगर्स सभी को भारतीय टीम ने दो दिन में एक साथ चित किया.