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मॉनसून की जल्द UP में दस्तक: 15 जून से राहत मिलने लगेगी, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने गति पकड़ी

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UP समेत उत्तर भारत में इन दिनों भीषण गर्मी का कहर जारी है. यूपी, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान जैसे राज्यों में तापमान काफी अधिक चल रहा है. हीटवेव ने लोगों का जीना मुहाल हो गया है, लेकिन इस बीच यूपी का मौसम बदलने वाला है. मौसम विभाग ने खुशखबरी दी है कि 15 जून से यूपीवासियों को गर्मी से राहत मिल जाएगी. वहीं, मॉनसून भी जल्द ही उत्तर पश्चिम भारत में दस्तक देने जा रहा है.

यूपी में कब से गर्मी से मिलेगी राहत? मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यूं तो 14 जून के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम की स्थिति में सुधार होने की संभावना है, क्योंकि पूर्वी उत्तर प्रदेश से बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी और धीरे-धीरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ेंगी लेकिन 15 जून से राज्य के अधिकांश हिस्सों में भीषण गर्मी से राहत मिल जाएगी. इस घटना के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि ऐसा शुक्रवार से दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में स्थिर मॉनसून के फिर से सक्रिय होने की वजह से हुआ है, जो आने वाले दिनों में एक सिस्टम के गठन के साथ बंगाल की खाड़ी शाखा को सक्रिय करेगा. गुरुवार को गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, मथुरा, आगरा, झांसी और आसपास के इलाकों में भीषण गर्मी का अनुभव किया गया.

दक्षिण-पश्चिम मॉनसून ने गति पकड़ी: दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की बात करें तो इस सप्ताह फिर से गति पकड़ी है. इसके सामान्य तिथियों से काफी पहले 25 जून तक दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश भागों को कवर करने की उम्मीद है. यह 24 मई को केरल पहुंचा था. अरब सागर और बंगाल की खाड़ी पर मजबूत निम्न-दबाव प्रणालियों की सहायता से, मॉनसून अगले कुछ दिनों में तेजी से आगे बढ़ा, और 29 मई तक मुंबई सहित मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों और पूरे पूर्वोत्तर को कवर कर लिया. हालांकि, यह 28-29 मई से 10-11 जून तक रुका रहा और फिर फिर से सक्रिय हो गया. जून की शुरुआत से बारिश की कमी के कारण तापमान में तेज वृद्धि हुई, जिससे 8-9 जून से उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत के बड़े हिस्से में लू की स्थिति पैदा हो गई.

दिल्ली कब तक पहुंचेगा मॉनसून: भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, मॉनसून अब 18 जून तक मध्य और पूर्वी भारत के शेष भागों तथा उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों को कवर कर लेगा. इसके 19 जून से 25 जून के बीच उत्तर-पश्चिम भारत के अधिकांश भागों में आगे बढ़ने की उम्मीद है. आईएमडी के एक अधिकारी ने कहा कि यह सिस्टम 30 जून की सामान्य शुरुआत तिथि से पहले 22-23 जून तक दिल्ली पहुंचने की संभावना है.

दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून की आम तौर पर 1 जून तक केरल में शुरू होती है, 11 जून तक मुंबई में प्रवेश करता है और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है. यह 17 सितंबर को उत्तर-पश्चिम भारत के करीब हटना शुरू होता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस आ जाता है. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि डिफॉल्ट के आगमन की तिथि का कुल वलीसा से सीधा संबंध नहीं है. केरल या मुंबई में जल्दी या देर से आने का मतलब यह नहीं है कि अन्य देशों में भी इसी तरह की प्रगति हो रही है.

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