पुनीत शुक्ला, कानपुर।
लंबे समय से चर्चाओं में रहे समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी आखिरकार जेल से रिहा हो गए हैं. रिहाई की खबर मिलते ही समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई और जश्न का माहौल देखने को मिला. इरफान की विधायक पत्नी नसीम सोलंकी दोनों बेटों और सास खुर्शिदा बेगम के साथ उन्हें लेने के लिए महराजगंज जेल पहुंची थीं.
समाजवादी खेमे के कार्यकर्ता ढोल-नगाड़ों और मिठाई बांटकर स्वागत की तैयारी में जुट गए हैं. वहीं, रिहाई को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है.
जेल के बाहर इरफान के समर्थक मौजूद हैं. नसीम सोलंकी ने उन्हें भीड़ न लगाने को कहा। नसीम सुबह ही दोनों बेटों के साथ जेल पहुंची थीं. वह अंदर जाने लगी तो बेटों को रोक लिया, सिर्फ पत्नी अंदर गईं. बेटा गेट से वापस आ गया. पत्नी अंदर गईं और इरफान से मुलाकात की.
बाहर आकर उन्होंने कहा- पति की जल्द रिहाई हो जाएगी. इसके बाद वह अपने परिवार के साथ समय बिताएंगे. परिवार इरफान के कपड़े और जरूरी सामान लेकर जेल पहुंचा था. सामान को अंदर भेज दिया गया. मंगलवार सुबह 10 बजे परवाना जेल पहुंचा था लेकिन रिहाई से पहले मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े केस में इरफान सोलंकी से प्रवर्तन निदेशालय (ED) वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पूछताछ की है. इस वजह से रिहाई में देरी हुई. जेल के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. 20 से ज्यादा पुलिसवाले तैनात किए गए हैं.
मालूम हो कि 4 दिन पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गैंगस्टर एक्ट मामले में इरफान को जमानत दी थी. यह आखिरी केस था, जिसमें उन्हें जमानत नहीं मिली थी. अगले दिन रिहाई होनी थी, लेकिन हाईकोर्ट से दस्तावेज कानपुर जेल भेज दिए गए थे. इसके चलते उनकी रिहाई तीन दिन अटक गई.
इरफान 2 दिसंबर 2022 से जेल में बंद हैं। उन पर कुल 10 केस दर्ज हैं. 7 जून 2024 को कानपुर में महिला के प्लॉट पर आगजनी मामले में उन्हें 7 साल की सजा हुई थी. इसके बाद उनकी विधायकी चली गई. उपचुनाव हुआ और उनकी पत्नी नसीम विधायक बनीं.
Leave a Reply