इस साल धन त्रयोदशी यानी धनतेरस का त्योहार 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा. ध्यान देने वाली बात ये है कि इस बार धनतेरस शनिवार को पड़ रहा है, जो कि शनि देव का दिन माना जाता है. धनतेरस पर नया सामान खरीदकर घर लाने की परंपरा है. लेकिन इस बार शनिवार को देखते हुए धनतेरस पर कुछ खास चीजों की खरीदारी बिल्कुल न करें.
1. लोहा- ज्योतिष में लोहे को शनि देव से जोड़कर देखा जाता है. जबकि धनतेरस माता लक्ष्मी और भगवान गणेश को समर्पित त्योहार है. इसलिए धनतेरस के दिन इसकी खरीदारी बिल्कुल न करें. वैसे भी इस बार धनतेरस शनिवार को पड़ रहा है और इस दिन घर में लोहे से निर्मित घर लाना वर्जित है.
2. सरसों का तेल- सरसों के तेल को भी शनिदेव से जोड़ा जाता है. तभी तो हर शनिवार लोग शनि देव को सरसों को तेल अर्पित करते हैं. चूंकि इस बार धनतेरस शनिवार को पड़ रहा है, इसलिए आप सरसों के तेल की खरीदारी बिल्कुल न करें. हालांकि दीया आदि जलाने के लिए इसकी जरूरत होती है तो आप एक दिन इसे खरीदकर रख लें.
3. काले रंग की चीजें- ज्योतिष में काले रंग की चीजों को भी शनि से जोड़कर देखा जाता है. धनतेरस बहुत ही शुभ दिन है और इस अबूझ मुहूर्त में काले रंग की कोई भी वस्तु वस्तु घर लाने से परहेज करें. कहते हैं कि काला रंग नकारात्मकता का प्रतीक है और शुभ अवसर पर इसे घर लाना अपशकुन होता है.
4. स्टील- अक्सर आपने देखा होगा कि धनतेरस पर जो लोग लोहे से परहेज करते हैं, वो स्टील के बर्तन खरीदकर घर ले आते हैं. जबकि शायद वो नहीं जानते कि स्टील में लोहे का भी मिश्रण होता है. इसलिए धनतेरस पर स्टील का बर्तन खरीदने की गलती भी न करें.
5. खाली बर्तन- यदि धनतेरस पर आप कलश, सुराही, मटका या कोई भी बर्तन खरीद रहे हैं तो ध्यान रहे कि उसे ऐसे ही खाली घर लेकर न आएं. इस पात्र में धनिया, जल या कोई मीठी सामग्री डालकर ही घर लाएं. ऐसा करना शुभ होता है.
6. चमड़े का सामान- धनतेरस के पवित्र त्योहार पर चमड़े का सामान खरीदकर घर न लाएं. बता दें कि इसका निर्माण जानवरों की चमड़ी से किया जाता है. इसलिए चमड़े से निर्मित पर्स, बेल्ट, बैग या कोई भी अन्य सामान बिल्कुल घर न लाएं.

धनतेरस पर कर लें ये 5 आसान उपाय
कुबेर और लक्ष्मी की विधिवत पूजा करें: धनतेरस के दिन सूर्यास्त के बाद 13 दीपक जलाने की परंपरा है. इसके बाद भगवान कुबेर, मां लक्ष्मी और तिजोरी की पूजा करें. पूजा के समय चंदन, धूप, दीप, नैवेद्य, फल और फूल अर्पित करें. इसके बाद श्रद्धा से यह मंत्र उच्चारण करें- ‘यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन-धान्याधिपतये, धन-धान्य समृद्धि मे देहि दापय दापय स्वाहा.’ इस मंत्र के जप से धन में वृद्धि होती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.
मां लक्ष्मी को अर्पित करें लौंग का जोड़ा: धनतेरस से लेकर दीपावली तक प्रतिदिन मां लक्ष्मी की पूजा करना अत्यंत शुभ माना गया है. पूजा के दौरान देवी को लौंग का एक जोड़ा अर्पित करें. ऐसा करने से घर की आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं और धन-धान्य में वृद्धि होती है.
तिजोरी में लगाएं मां लक्ष्मी की शुभ तस्वीर: धनतेरस के दिन तिजोरी या गल्ले पर मां लक्ष्मी की वह तस्वीर लगाएं जिसमें वे कमल पर विराजमान होकर धन की वर्षा कर रही हों. ऐसी छवि को अत्यंत मंगलकारी माना गया है. यह प्रतीक घर में स्थायी सुख और समृद्धि का आशीर्वाद लाता है.
मुख्य द्वार पर बनाएं शुभ प्रतीक: धनतेरस के दिन हल्दी और चावल को पीसकर एक पेस्ट तैयार करें और घर के मुख्य द्वार पर ‘ॐ’ का चिह्न बनाएं. यह प्रतीक मां लक्ष्मी के स्वागत का सूचक है. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है.
शंख से करें घर का शुद्धिकरण: अगर लंबे समय से कार्यों में बाधाएं आ रही हों या धन प्राप्ति में रुकावटें हों, तो धनतेरस के दिन दक्षिणावर्ती शंख से शुद्धिकरण करें. शंख में स्वच्छ जल भरकर घर के चारों ओर छिड़काव करें. साथ ही चीनी, बताशा, खीर और चावल का दान करें. यह उपाय नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और मां लक्ष्मी के आगमन का रास्ता खोलता है.
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