Advertisement

केशव प्रसाद के बाद अब ब्रजेश पाठक ने भी सीएम योगी की बैठक से बनाई दूरी, कयासों का दौर हुआ तेज

Spread the love

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के बाद दूसरे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बैठक से नदारद रहे. इससे पहले बृहस्पतिवार को केशव भी प्रयागराज मंडल की बैठक में शामिल नहीं हुए थे. इसे लेकर सियासी गलियारों में तमाम चर्चाएं हो रही हैं. योगी ने शुक्रवार को लखनऊ मंडल के सांसदों, विधायकों, विधान परिषद सदस्यों के साथ लोकसभा चुनाव के नतीजों की समीक्षा की, हालांकि इस दौरान डिप्टी सीएम एवं लखनऊ कैंट से विधायक ब्रजेश पाठक की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही.

बता दें कि योगी ने बीते 20 दिन के दौरान प्रदेश के सभी 18 मंडलों के जनप्रतिनिधियों के साथ लोकसभा चुनाव के परिणामों की विस्तार से समीक्षा की है. लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के कई नेताओं की बयानबाजी और गुटबाजी के बीच जारी इन बैठकों में दोनों डिप्टी सीएम की गैरमौजूदगी ने विपक्ष को राज्य सरकार पर हमला बोलने का मुफीद मौका दे दिया है.

बृहस्पतिवार की बैठक में केशव प्रसाद मौर्या भले ही नहीं आए, लेकिन उन्होंने योगी की बैठक में आए सांसदों और विधायकों से अपने आवास पर मुलाकात की. केशव और ब्रजेश लगातार पार्टी के सांसदों और विधायकों के साथ सहयोगी दलों के नेताओं से भी मुलाकात कर रहे हैं, जिसे सियासी गलियारों में गुटबाजी करार दिया जा रहा है. 

सूत्रों का कहना है कि दोनों डिप्टी सीएम को सभी मंडलों की समीक्षा बैठक में न बुलाया जाना उन्हें उचित नहीं लगा. अपने-अपने मंडलों की बैठकों से उनकी दूरी की वजह यह भी हो सकती है. इससे पहले दिल्ली में भी दोनों डिप्टी सीएम ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की थी. वहीं योगी भी सहयोगी दलों के नेताओं से अलग-अलग मिल रहे हैं. शनिवार को नीति आयोग की बैठक में योगी और दोनों डिप्टी सीएम को भी शामिल होना है.

समीक्षा बैठकों का दौरा समाप्त
प्रदेश के सभी 18 मंडलों के जनप्रतिनिधियों संग लोकसभा चुनाव के परिणामों को लेकर विस्तार से समीक्षा बैठक पूरी कर ली है. तकरीबन 20 दिन तक चली मंडलवार बैठकों में सांसद, विधायक और विधान परिषद सदस्यों ने सीएम को अपने क्षेत्र की समस्याओं और जन अपेक्षाओं की जानकारी दी. योगी ने उनकी बातों को धैर्यपूर्वक सुनने के बाद अधिकारियों को प्रत्येक क्षेत्र के विकास की नई रणनीति तैयार करने का निर्देश दिया. साथ ही 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर जीत का मंत्र भी दिया। उन्होंने संवाद, सक्रियता और सोशल मीडिया पर सर्वाधिक फोकस करने के लिए कहा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *