Advertisement

बच्चों में 5 रुपए को लेकर हुए झगड़े में दूसरे के बेटे को निर्ममता से मार डाला, शव खेत में फेंक दिया

Spread the love

UP के हरदोई में दो बच्चे खेल-खेल में भिड़ गए. एक मासूम 5 रुपए लेकर भाग गया, लेकिन वह घर नहीं पहुंचा. पांच दिन बाद उसका शव खेत में पड़ा मिला. दूसरे बच्चे के पिता को शक के आधार पर हिरासत में लिया गया, तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मेरे बेटे के साथ मृतक की झूमाझटकी हुई थी. जिसमें मृतक बेहोश हो गया. मैंने अपने बेटे को बचाने के लिए बच्चे की हत्या कर दी.

हरदोई के शाहाबाद कोतवाली इलाके में गन्ने के खेत में बालक की हत्या के मामले में पुलिस ने शनिवार की देर शाम को खुलासा कर दिया. जिसमें एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया. आरोपित ने पुलिस की पूछताछ में बालक की गला दबाकर हत्या करने की बात को कबूल किया. पुलिस पूछताछ में आरोपी ने हैरान करने वाला खुलासा किया. उसका कहना है कि उसने अपने बेटे को बच्चा के लिए बच्चे के दोस्त की हत्या कर दी.

दरअसल, मृतक और आरोपी का बेटा साथ में थे. बेटे से आयुष की पांच रुपये के लिए छीना-झपटी हुई थी. इस दौरान खड़ंजे पर गिरने की वजह से आयुष घायल हो गया था. इसी दौरान आयुष के दोस्त के पिता ने उसे उठा लिया और अस्पताल ले जाने के बजाय उसकी गला दबाकर हत्या कर दी. शव को गन्ने के खेत में फेंक दिया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है.

खेत में मिला शव
एसपी नीरज जादौन ने बताया कि शाहबाद कोतवाली इलाके के लालपुर गांव के रहने वाले नेतराम ने शाहाबाद कोतवाली में तहरीर दी थी. जिसमें बताया था कि उनका 11 साल का बेटा आयुष 18 अक्टूबर 2024 को गांव के बाहर स्थित अंबेडकर पार्क में खेल कर घर जा रहा था. तभी वह गायब हो गया था. पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर ली थी. 23 अक्टूबर 2024 को पुलिस ने आयुष का शव लालपुर गांव के पास गन्ने के खेत से बरामद किया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाकर हत्या की पुष्टि की गई थी. जिसके बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू की थी. इसी दौरान गांव के ही छोटेलाल की संदिग्ध भूमिका होने के कारण पुलिस ने हिरासत में लिया.

बच्चा गिरकर हुआ बेहोश तो गला दबाकर मार डाला
जब पूछताछ की गई तो आरोपी छोटेलाल ने बताया कि उसका पुत्र विनोद आयुष के साथ खेल रहा था. खेल में ही आयुष ने विनोद से 5 रुपए जीत लिए थे. जिस कारण आयुष 5 रुपए विनोद से छीन कर भागा था. झीनाझपटी के बाद भागते समय आयुष ईट पर गिरकर बेहोश हो गया था. जिसे देखकर छोटेलाल ने आयुष को उठाकर अपने घर ले गया, लेकिन आयुष को होश नहीं आया. उसको लगा कि कहीं उसका पुत्र विनोद फंस न जाए. इसी डर के कारण छोटेलाल आयुष को गांव के पास गन्ने के खेत में ले जाकर गला दबाकर आयुष की हत्या कर दी थी. शव को गन्ने के खेत में छिपा दिया था.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *