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J&K के रामबन-रियासी में बादल फटने और भूस्खलन से 10 की मौत, चमौली व मंडी में भी कहर

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जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में, राजगढ़ तहसील में बादल फटने से कम से कम 3 लोग और रियासी जिले में भूस्खलन से 7 लोगों की मौत हो गई है. अधिकारियों ने बताया कि इस घटना के बाद कई लोग लापता हैं. उन्हें खोजने के लिए बचाव दल काम कर रहा है. जम्मू-कश्मीर में कुछ दिनों से लगातार तेज बारिश हो रही है. इस वजह से वहां बादल फटने और बाढ़ आने की कई सारी घटनाएं हुई हैं. शुक्रवार को बांदीपोरा जिले के गुरेज सेक्टर में भी बादल फटा जिससे लोगों में डर का माहौल बना हुआ है. हालांकि अधिकारियों ने कहा कि, इस घटना में किसी को भी कोई नुकसना नहीं पहुंचा है.

चमोली में भी प्रकृति ने मचाया तांडव: चमोली जिले के मोपाटा गांव में एक मकान के गिरने से पति-पत्नी की मौत हो गई है. गांव वालों के मुताबिक, मोपाटा में सिर्फ 15 मिनट में 120 मिमी से ज्यादा बारिश हुई. इस वजह से मकान का कुछ हिस्सा ढह गया जिससे 2 लोग घायल गए हैं. इसके अलावा चमोली, टिहरी, रुद्रप्रयाग और बागेश्वर में भी शुक्रवार को बादल फटने से अचानक बाढ़ और भूस्खलन हुआ. इस घटना में कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा लोग लापता हैं.

हिमाचल में फटा बादल: मंडी जिले की गोहर तहसील में नांडी पंचायत के कटवाढ़ी गांव के पास शनिवार रात लगभग 9:15 बजे अचानक बाढ़ आ गई. तेज बारिश की वजह से नसेंणी नाले में आई इस बाढ़ से लोगों में अफरा-तफरी मच गई. इस बाढ़ ने कटवाढ़ी गांव के पास बनी एक पत्थर काटने के कारखाने को नुकसान पहुंचाया. आस-पास की कुछ दुकानों में भी थोड़ा-बहुत नुकसान हुआ है. राहत की बात ये रही कि इस आपदा में किसी की जान नहीं गई है.

कैसे हैं रामबन के हालात? जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले के राजगढ़ इलाके में देर रात बादल फटने से बहुत नुकसान हुआ है. इस घटना में अभी 7 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और 5 लोग लापता हैं. लापता लोगों की खोज करने और लोगों के बचाव का काम शुरु हो गया है. NDRF और स्थानीय प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गई है. वहीं दूसरी घटना में रियासी जिले में भूस्खलन से 7 लोगों के मारे जाने की आशंका है.

आज भी स्थगित रहेगी वैष्णों देवी की यात्रा: खराब मौसम की वजह से वैष्णो देवी की यात्रा रोक दी गई है. इस हफ्ते की शुरुआत में ही कटरा के पास त्रिकुटा पहाड़ियों में बने अधकुंवारी मंदिर के रास्ते पर बादल फटने से जमीन खिसक गई थी. इस घटना में 34 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और 18 लोग घायल हुए थे.

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